शिवमाला मंत्र
स्तोत्र - मंत्र > शिव स्तोत्र Posted at 2018-11-30 11:14:24
शिवमाला महामंत्र
ॐ नमो भगवते सदाशिवाय सकलतत्वात्मकाय सकलतत्वविहाराय सकललोकैककर्त्रे सकललोकैकभर्त्रे सकललोकैकहर्त्रे सकललोकैकगुरवे सकललोकैकसाक्षिणे सकलनिगमगुह्याय सकलवरदप्रदाय सकलदुरितार्तिभंजनाय सकलजगदभयंकराय सकललोकैकशड्कराय शशांड्क्शेखराय शाश्वत निजाभासाय निर्गुणाय निरुपमाय नीरुपाय निराभासाय निरामयाय निष्प्रपंचाय निष्कलंकाय निर्द्वंद्वाय नि:संड्गाय निर्मलाय निर्गमाय नित्यरुपविभवाय निरुपमविभवाय निराधाराय नित्यशुद्धबुद्धपरिपूर्णसच्चिदानंदाद्वयाय परमशांत प्रकाशतेजोरूपाय जय जय महारूद्र महारौद्र भद्रावतार दु:खदावदारण महाभैरव कालभैरव कल्पान्तभैरवकपालमालाधर खट्वांड्ग खड्ग चर्म पाशांड्कुशडमरूशूल्चाप्बाण्गदाशक्तीभिन्दीपाल तोमरमुसलमुद्गरपट्टिशपरशुपरिघभुशुण्डिशतघ्नि चक्राआयुधभीषणकर सहस्त्रमुख दंष्ट्राकराल विकटाट्टहासविस्फारीत्ब्रह्मांडमंडल्नागेंद्रकुंडल नागेंद्रहार नागेंद्रवलय नागेंद्रचर्मधर मृत्युंजय त्र्यंबक त्रिपुरांतक विरुपाक्ष विश्वेश्वर विश्वरूप वृषभवाहन विषभूषण विश्वतोमुख सर्वतो रक्ष रक्ष मा ज्वल ज्वल महामृत्युभयपमृत्युभयं नाशय नाशय रोगभयमुत्सादयोत्सादय विषसर्पभयं शमय शमय चोरभयं मारय मारय मम शत्रुनुच्चाटयोच्चाटय शूलेन विदारय विदारय कुठारेण भीन्धी भीन्धी खड्गेन चीन्धी चीन्धी खट्वाड्गेन विपोथय विपोथय मूसलेन निष्पेषय निष्पेषय बाणै: संताडय सांताडय रक्षांसि भीषय भीषय भूतानि विद्रावय विद्रावय कूष्माण्ड्वेताल्मारीगण ब्रह्मराक्षसान संत्रासय संत्रासय माम्भयं कुरु कुरु वित्रस्तं मामाश्वासयाश्वासय नरकभयान् मामोद्धारयोद्धारय संजीवय संजीवय क्षुत्तुड्भ्यां मामाप्याययाप्यायय दु:खातुरं मामानन्दयानन्दय शिवकवचेन मामाच्छादयाच्छादय त्र्यंबक सदाशिव नमस्ते नमस्ते नमस्ते ||
ऊँ नमः शिवाय ...
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