शान्ति देवता
शान्ति विधी व देवता
आश्लेषा शान्ति —
प्रधान देवता सर्प श्वेत वस्त्रावर अष्टदलावर नवनाग सहित , अधि – प्रत्यधी बृहस्पती व पितृ , इतर नक्षत्र ..
अन्य देवता रुद्र – श्वेत वस्त्रावर पंचरंगी तांदूळाने स्वस्तिक , चार दिशेला चार कलश व मध्ये एक कलश , मधला कलश रुद्र प्रतिमा , चार दिशेला कलश स्पर्शून क्रमशः शान्ति सुक्त / मंत्र , अग्नि सूक्त / मंत्र , अप्रतिरथ सुक्त / मंत्र , रक्षोघ्न सुक्त / मंत्र …. अष्ट दिक्पाल ..
ज्येष्ठा शान्ति —
प्रधान देवता इंद्र श्वेत वस्त्रावर अष्टदलावर , अधि – प्रत्यधी सूर्य व निर्ऋती , इतर नक्षत्र …
अन्य देवता — श्वेत वस्त्रावर पंचरंगी तांदूळाने स्वस्तिक , चार दिशेला चार कलश व मध्ये एक कलश , मधला कलश इंद्र मंत्र , इतर सर्व कलश वरुण , स्पर्शून क्रमशः शान्ति सुक्त / मंत्र , अग्नि सूक्त / मंत्र , रुद्र सुक्त / मंत्र , त्र्यंबक मंत्र …. अष्ट दिक्पाल …
मूळ शान्ति —
प्रधान देवता – श्वेत वस्त्रावर पंचरंगी तांदुळाने अष्टदल प्रधान निर्ऋती व अधि प्रत्यधि – इंद्र व वरुण , इतर नक्षत्र ..
अन्य देवता – श्वेत वस्त्रावर पंचरंगी तांदूळाने स्वस्तिक , चार दिशेला चार कलश व मध्ये एक कलश , मधला कलश रुद्र प्रतिमा , चार दिशेला कलश स्पर्शून क्रमशः शान्ति सुक्त / मंत्र , अग्नि सूक्त / मंत्र , रुद्र सुक्त / मंत्र , त्र्यंबक मंत्र …. अष्ट दिक्पाल …
वैधृति शान्ति —
श्वेतवस्त्रावर पाच द्रोण जव साळ , त्यावर अडीच द्रोण तांदूळ , त्यावर सव्वा द्रोण तीळ चा अष्टदल , प्रधान रुद्र व अधि प्रत्यधि सूर्य व चंद्र ….. कलश स्पर्शून रुद्र सुक्त / मंत्र , अप्रतिरथ सुक्त / मंत्र , सूर्य सुक्त / मंत्र , त्र्यंबक मंत्र …. अष्ट दिक्पाल …
व्यतिपात / संक्रांति शान्ति —
वैधृति प्रमाणेच , प्रधान सूर्य , अधि प्रत्यधि अग्नि व रुद्र … आदित्य हृदय पाठ ,
त्रिक प्रसव — तीन पुत्रानंतर कन्या किंवा तीन कन्या नंतर पुत्र — पांच किंवा एका कलशावर – पाच देवता –
ब्रह्मा , विष्णू , महेश , इंद्र , रुद्र ….
कृष्ण चतुर्दशी —
श्वेतवस्त्रावर चार उप दिशेला चार कलशावर वरुण व मधल्या वर त्र्यंबक मंत्राने रुद्र , आग्नेय कलश भद्र सुक्त / मंत्र , नैऋत्य कलश वरुण सुक्त / मंत्र , वायव्य कलश पुरुष सुक्त / मंत्र, ईशान्य कलश रुद्र सुक्त / मंत्र ….
यमलजनन शान्ति —
आठ दिशेला आठ कलश – वरुण आवाहन …
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दर्श अमावस्या — पितृ , चंद्र , सूर्य
सिनिवाली ( चतुर्दशी युक्त अमावस्या ) , कुहू ( प्रतिपदा युक्त अमावस्या ) — रुद्र , इंद्र , पितृ
कृष्ण चतुर्दशी — रुद्र , पंच वरुण
गोमुख प्रसव — विष्णु , वरुण , यक्षमान
ग्रहण जनन — सूर्य , राहु , चंद्र
यमल जनन — अष्ट वरुण ,
नक्षत्र — नक्षत्र देवता — नक्षत्र स्वामी
१. अश्विनी — अश्विनी कुमार — केतु
२. भरणी — यम — शुक्र
३. कृतिका — अग्नि — सूर्य
४. रोहिणी — ब्रह्मा / प्रजापति — चन्द्र
५. मृगशिर्ष — चन्द्रमा / सोम — मंगल
६. आर्द्रा — शिव / रुद्र — राहु
७. पुनर्वसु — अदिति — गुरु
८. पुष्य — बृहस्पति — शनि
९. आश्लेषा — नाग / सर्प — बुध
१०. मघा — पितृ — केतु
११. पूर्वाफाल्गुनि — भग — शुक्र
१२. उत्तराफाल्गुनि — अर्यमा — सूर्य
१३. हस्त — रवि (सूर्य) — चन्द्र
१४. चित्रा — त्वष्टा / विश्वकर्मा — मंगल
१५. स्वाती — वायु — राहु
१६. विशाखा — इन्द्र+अग्नि — गुरु
१७. अनुराधा — मित्र(सूर्य) — शनि
१८. ज्येष्ठा — इन्द्र — बुध
१९. मूल — निर्ऋति — केतु
२०. पूर्वाषाढ़ा — जल / वरुण — शुक्र
२१. उत्तराषाढा — विश्वदेव — सूर्य
२२. श्रवण — विष्णु — चन्द्र
२३. धनिष्ठा — अष्टवसु — मंगल
२४. शततारका — वरुण — राहु
२५. पूर्वाभाद्रपदा — अजैकपाद — गुरु
२६. उत्तराभाद्रपदा — अहिर्बुन्ध्य — शनि
२७. रेवती — पूषा ( सूर्य ) — बुध
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योग — देवता
१. विष्कंभ — यम
२. प्रिति — विष्णु
३. आयुष्मान — चन्द्र / सोम
४. सौभाग्य — ब्रह्मा
५. शोभन — बृहस्पति
६. अतिगण्ड — चन्द्र / सोम
७. सुकर्मा — इन्द्र
८. धृति — जल
९. शूल — नाग
१०. गण्ड — अग्नि , वरुण
११. वृद्धि — सूर्य देव
१२. ध्रुव — भूमि देव
१३. व्याघात — पवन देव
१४. हर्षण — भग देव
१५. वज्र — वरुण
१६. सिद्धि — गणेश
१७. व्यतिपात — रुद्र / सूर्य , रुद्र , अग्नि
१८. वरियान — कुबेर
१९. परिध — विश्वकर्मा
२०. शिव — मित्र ( सूर्य )
२१. सिद्ध — कार्तिकेय
२२. साध्य — सावित्री
२३. शुभ — लक्ष्मी
२४. शुक्ल — पार्वती
२५. ब्रह्म — अश्विनी
२६. ऐन्द्र — पितृ
२७. वैधृति — धृति / शिव , सूर्य , चंद्र
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करण — देवता
१. बव — इन्द्र
२. बालव — ब्रह्मा
३. कौलव — सूर्य
४. तैतिल — सूर्य
५. गर — पृथ्वी
६. वणिज — लक्ष्मी
७. विष्टी — यम / शिव, गणपती, सूर्य, चंद्र, नंदी
८. शकुनी — कलि
९. चतुष्पद — रुद्र
१०. नाग — नाग
११. किंस्तुघ्न — पवन / वायु
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वयोवृद्ध शान्ति
वय — शान्ति नाम — प्रधान देवता — अन्य देवता
50 — वैष्णवी — विष्णु — त्र्यंबक
55 — वारुणी — वरुण — त्र्यंबक
55 — वारुणी — वरुण — त्र्यंबक
60 — उग्ररथ — मार्कंडेय — त्र्यंबक , चिरंजीवी
65 — महारथी — मृत्युंजय — त्र्यंबक
70 — भैमरथी — भिमरथ — वरुण , चिरंजीवी
75 — ऐन्द्री — इंद्र — त्र्यंबक
80 — सहस्त्रचंद्र दर्शन — चंद्र — त्र्यंबक , सूर्य
85 — रौद्री — मृत्युंजय — त्र्यंबक
90 — सौरी — कालस्वरूपसूर्य — त्र्यंबक
95 — त्र्यंबक — त्र्यंबक , मृत्युंजय
100 — महामृत्युंजय — महामृत्युंजय — एकादशरुद्र , सूर्य
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