ज्ञानेश्वरी अध्याय ३

||ज्ञानेश्वरी भावार्थदीपिका अध्याय ३ || ||ॐ श्री परमात्मने नमः || अध्याय तिसरा | कर्मयोगः | ज्यायसी चेत्कर्मणस्ते मता बुद्धिर्जनार्दन |

Read more

ज्ञानेश्वरी अध्याय ४

||ज्ञानेश्वरी भावार्थदीपिका अध्याय ४ || ||ॐ श्री परमात्मने नमः || अध्याय चवथा | ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः | आजि श्रवणेंद्रियां पाहलें| जें येणें

Read more

ज्ञानेश्वरी अध्याय ५

||ज्ञानेश्वरी भावार्थदीपिका अध्याय ५ || ||ॐ श्री परमात्मने नमः || अध्याय पांचवा | संन्यासयोगः | संन्यासं कर्मणां कृष्ण पुनर्योगं च

Read more

ज्ञानेश्वरी अध्याय ६

||ज्ञानेश्वरी भावार्थदीपिका अध्याय ६ || ||ॐ श्री परमात्मने नमः || अध्याय सहावा | आत्मसंयमयोगः | मग रायातें म्हणे संजयो| तोचि

Read more

ज्ञानेश्वरी अध्याय ७

||ज्ञानेश्वरी भावार्थदीपिका अध्याय ७ || ||ॐ श्री परमात्मने नमः || अध्याय सातवा | ज्ञानविज्ञानयोगः | श्रीभगवानुवाच | मय्यासक्तमनाः पार्थ योगं

Read more

ज्ञानेश्वरी अध्याय८

||ज्ञानेश्वरी भावार्थदीपिका अध्याय ८ || ||ॐ श्री परमात्मने नमः || अध्याय आठवा | अक्षरब्रह्मयोगः | अर्जुन उवाच | किं तद्ब्रह्म

Read more

ज्ञानेश्वरी अध्याय ९

||ज्ञानेश्वरी भावार्थदीपिका अध्याय ९ || ||ॐ श्री परमात्मने नमः || अध्याय नववा | राजविद्याराजगुह्ययोगः | तरी अवधान एकलें दीजे| मग

Read more

ज्ञानेश्वरी अध्याय १०

||ज्ञानेश्वरी भावार्थदीपिका अध्याय १० || ||ॐ श्री परमात्मने नमः || अध्याय दहावा | विभूतियोगः | नमो विशदबोधविदग्धा| विद्यारविंदप्रबोधा| पराप्रमेयप्रमदा| विलासिया

Read more
error: Content is protected !!