नक्षत्र नाम उपनयनादी साठी

नक्षत्र नामानि

अश्विनी – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – चू-चे-चो-ला
चू – चंद्रचूड, चूडालेश
चे – काचेश्वर, चेकितान
चो – वाचोरूप
ला – कलानाथ

भरणी – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – ली- लू- ले- लो
ली – लीलाधर
लू – वालुकेश्वर
ले – लेखाग्रेश
लो – लोकस्वामी, लोहित

कृत्तिका – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – आ – ई – ऊ – ऐ
आ – आनंद, आत्माराम
ई – ईश्वर , ईशान
ऊ – उमाशिव, उमेश
ऐ – ऐकनाथ, ऐकरुप

रोहीणी – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – ओ- वा- वी- वू
ओ – ॐकर
वा – वासुदेव, वामदेव, वंशीधर
वी – विश्वदेव, विश्वंभर, विनायक
वू – विश्वरूप

मृगाशिर – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – वे-वो-का-की
वे – वेदरूप, वेदप्रिय
वो- वनमाली
का – काशीनाथ, कमलेश
की – सुकीर्ति

आर्द्रा – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – कू-घ-ङ-छ
कू – अकूपार, कुर्मदेव
घ – घन:श्याम
ङ – अंकारुढ, अंगकार
छ – छत्रधर, छत्रसाल

पुनर्वसु – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – के-को-हा-ही
के – केशव,केशिहां
को – कोलरूप
हा – हलधर, हरि-महादेव
ही – अहिश हिरण्यगर्भ

पुष्य – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – हू-हे-हो-डा
हू – कुहपति (चंद्र)
हे – हेरंब, हेमरूप
हो- होराधीश
डा- इडाप्रिय

आश्लेषा – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – डी-ड-डे-डो
डी – विराड रूप, तडीद्रूप
ड – कुंडलधर
डे – व्याडेश्वर
डो – दंडधर

मघा – चरण – १-२- ३- ४
अक्षरे – मा-मी-मू-मे
मा – माधव – मारुति
मी – मीनाक्षीश
मू – मूलरूप, मुकुंद
मे – मेघश्याम

पूर्वा – चरण – १- २- ३- ४
अक्षर – मो-टा-टी-टू
मो – मोरेश्वर, आमोद
टा- कटाक्षेश, नटेश
टी- खेटरुप
टू- चातुवाच

उत्तरा – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – टे-टो-पा-पी
टे – काटेश्वर
टो- टोडरेश

उत्तराषाढा – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – भे-भो-जा-जी
भे – अभेदेश
भो – भोजदेव, भोजाश्व
जा – जमदग्नि, जाबालि
जी – जीमूत, (वायु.), जीवोत्तम

श्रवण – चरण – १- २- ३- ४
अक्षर – खी-खू-खे-खो
खी – सखीप्रिय
खू – आखुरोही(गणेश)
खे – मखेसक्त, खेचरेश
खो – खोमदेव – खगेश

धनिष्ठा – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे- गा-गी-गू-गे
गा – गाधिराज
गी – वागीश, गिरिधर
गू – गूडाकेश, गुरुराज
गे – खगेश्वर, गेयप्रिय

शततारका – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – गो-सा-सी-सू
गो – गोविंद, गोपाल, गोपतिदेव
सा – सामप्रिय, सांख्ययन
सी – सीतापति, सीरध्वज
सू – सूर्य, सूर्यचर

पूर्वाभद्रा – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – से-सो-दा-दी
से – सेतुराम, सेंदुरूप
सो – सोमाप्रिय, सोमराज
दा – दामोदर, सदानंद
दी – दीपक, दीनबंधु

उत्तराभद्रा – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – दू-ञ-झ-थ
दू – दुष्यंत, दूतवेष
ञ – कुंचेश
झ – झषरुप
थ – कथनेश

रेवती – चरण – १- २- ३- ४
अक्षरे – दे-दो-चा-ची
दे – देवदत्त, वेदेश्वर
दो – दोरकेश्वर
चा – चारुदत्त, चंद्रशेखर
ची – चीरहर, चित्ररूप

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